सुबह हल्का खाना, दोपहर का खाना भारी फ़िर दस मिनिट का विश्राम और शाम का खाना हल्का और सूर्यास्त के पहले सोने जाने के पहले एक गिलास या एक कप हल्का गुनगुना देसी गाय का दूध सबसे बढ़िया होता है। खासकर शाम का खाना सूर्य अस्त होने के पहले जरूर कर लें। सूर्य की उपस्थिति में ताम्बा सक्रिय रहता है जो खाना पचाने में मदद करता है।
ध्यान है न पाचन दुरुस्त करने के लिए ताम्बे के लोटे में जल ग्रहण करना है
सूर्य की उपस्थित में जठराग्नि प्रबल रहती है पर रात होते ही यह मंद हो जाती है जिससे खाना ठीक ढंग से पच नहीं पाता है। इसलिए बुजुर्ग कहते हैं सूर्य ढलने के पहले खाना हो जाना चाहिए।
पाचन ठीक तो बुद्धि ठीक, बुद्धि ठीक तो मन ठीक, मन ठीक तो ईश्वर कृपा।
दीपावली की हार्दिक बधाईयाँ और शुभकामनाये |
जवाब देंहटाएंShukriyaa....
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